जीवन की चौपाई
💐जीवन की चौपाई उन्नति का शिखर अगर चाहो, आचरण शुद्ध रखना होगा l सुन प्यारे आलस को त्यागो, कर्म पथ पर बढ़ाना होगा l पथिक तुम कभी हार न मानो, गिरकर फिर संभलना होगा l गर मजबूत इरादा होगा, पर्वत को भी झुकना होगा l इत्र की महक बनना चाहो, पुष्प की तरह मिटना होगा l वह तो तुझे तरास रहा है, निखरना चाहो तो चोट सहना होगा l जीवन तो एक संघर्ष है, संघर्ष तुझे जितना होगा l हालात का रोना न रोना, हालात को बदलना होगा l आँख डाल देखो आँखों में, खुद को तुझे समझना होगा l वह तुझसे तो जुदा नहीं है, खुद में तुझे ढूंढना होगा l लोकेश्वरी कश्यप मुंगेली छत्तीसगढ़ 27/11/2022