जीवन की चौपाई
💐जीवन की चौपाई
उन्नति का शिखर अगर चाहो,
आचरण शुद्ध रखना होगा l
सुन प्यारे आलस को त्यागो,
कर्म पथ पर बढ़ाना होगा l
पथिक तुम कभी हार न मानो,
गिरकर फिर संभलना होगा l
गर मजबूत इरादा होगा,
पर्वत को भी झुकना होगा l
इत्र की महक बनना चाहो,
पुष्प की तरह मिटना होगा l
वह तो तुझे तरास रहा है,
निखरना चाहो तो चोट सहना होगा l
जीवन तो एक संघर्ष है,
संघर्ष तुझे जितना होगा l
हालात का रोना न रोना,
हालात को बदलना होगा l
आँख डाल देखो आँखों में,
खुद को तुझे समझना होगा l
वह तुझसे तो जुदा नहीं है,
खुद में तुझे ढूंढना होगा l
लोकेश्वरी कश्यप
मुंगेली छत्तीसगढ़
27/11/2022
उन्नति का शिखर अगर चाहो,
आचरण शुद्ध रखना होगा l
सुन प्यारे आलस को त्यागो,
कर्म पथ पर बढ़ाना होगा l
पथिक तुम कभी हार न मानो,
गिरकर फिर संभलना होगा l
गर मजबूत इरादा होगा,
पर्वत को भी झुकना होगा l
इत्र की महक बनना चाहो,
पुष्प की तरह मिटना होगा l
वह तो तुझे तरास रहा है,
निखरना चाहो तो चोट सहना होगा l
जीवन तो एक संघर्ष है,
संघर्ष तुझे जितना होगा l
हालात का रोना न रोना,
हालात को बदलना होगा l
आँख डाल देखो आँखों में,
खुद को तुझे समझना होगा l
वह तुझसे तो जुदा नहीं है,
खुद में तुझे ढूंढना होगा l
लोकेश्वरी कश्यप
मुंगेली छत्तीसगढ़
27/11/2022
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