प्रतिवेदन श्रंखला (2)
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प्रतिवेदन
2/5/21 के प्रथम अनुभव शेयरिंग श्रंखला के अंतर्गत आदरणीय श्री दीपेश पुरोहित सर जी के द्वारा मंच संचालन बहुत अच्छे तरीके से किया गया.
आदरणीय श्री गोपाल सर जी के द्वारा अपने अनुभव हमारे समक्ष प्रस्तुत किया. जिससे कि हमें बहुत कुछ सीखने को मिला और सर जी के अनुभव से हमें भी एक अनुभव प्राप्त हुआ.
आदरणीय श्री गोपाल सर जी के द्वारा बहुत अच्छे तरीके से क्रमवार बताया गया.हमें उनके द्वारा किए गए लक्ष्यवेध के नुस्खों के ऊपर उनके अनुभव जानने और समझने को मिले.
सर जी ने कैसे अपने बच्चों को खुद से सीखने के लिए प्रेरित किया. कैसे पियर लर्निंग के लिए उन्होंने बच्चों का चुनाव किया. ग्रुप लर्निंग मैं बच्चों ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया. सर जी ने बच्चों की जिज्ञासाओं को बढ़ाया और उनकी जिज्ञासु प्रवृत्ति का सम्मान करते हुए उन्हें कैसे अपनी जिज्ञासाओं के उत्तर ढूंढने के लिए प्रेरित किया हमें यह समझने का मौका मिला. विषय मित्र का चुनाव कैसे किया.
सर जी ने एक बात कही कि कोई बच्चा किसी एक विषय में अगर बहुत अच्छा है और बाकी विषयों में कमजोर है तो वह बच्चा जिस विषय में बहुत अच्छा है हम उसे विषय का उसे विषय मित्र बना सकते हैं. यह जरूरी नहीं है कि कोई बच्चा अगर कमजोर है तो बस बाकी के सभी विषयों में ही कमजोर हो कोई ऐसा सब्जेक्ट भी हो सकता है जिस पर उसकी पकड़ बहुत अच्छी हो और वह दूसरों बच्चों को उस विषय के बारे में आसानी से सरलता से समझा सके.
टेक्नोलॉजी का उपयोग के लिए बच्चों को प्रेरित करने के लिए सर जी अपना मोबाइल देते थे यह बहुत अच्छा लगा. बच्चों को कब कहां से कैसे जानकारी मिल सकती है कैसे भी अपने ज्ञान को बढ़ा सकते हैं इसके लिए मोबाइल आज के समय में बहुत ही उपयोगी संसाधन है.
सक्सेस विद सेल्फी जो सर ने अपने बच्चों के साथ ली थी वह उसे भी हमारे साथ शेयर किया.
बच्चों की छोटी बड़ी उपलब्धियों पर उन्हें प्रोत्साहित और प्रेरित करने के लिए सेल्फी विद सक्सेस बहुत ही कारगर तरीके से काम करता है . इसे मैंने भी अपने स्कूल में देखा और अनुभव किया है.
सर जी ने बच्चों के साथ बहुत सारी तस्वीरें और बच्चों की विभिन्न गतिविधियां करते हुए तस्वीरें हम सभी के साथ साझा की.
सर जी ने लक्ष्यवेध के सभी नुस्खों पर अपने बच्चों के बहुत अच्छे तरीके से गतिविधियां की है और उन्हें बहुत अच्छा परिणाम प्राप्त हुआ है. यह बच्चों की विभिन्न उपलब्धियों से हमें देखने को मिला.
सर जी के द्वारा बहुत ही सहज और सरल तरीके से अपनी बात हम सबके साथ साझा की इसके लिए सर जी को बहुत-बहुत बधाई और धन्यवाद. निश्चित ही सर जी के अनुभव से हमें बहुत कुछ सीखने को और समझने को मिला है कि लक्ष्य वेद के सभी नुस्खे कितने कारगर और उपयोगी हैं.यह हमें अपने बच्चों के साथ नए तरीके से विभिन्न गतिविधियों को करने के लिए प्रेरणादायक अनुभव सुनने और समझने को मिला.
छत्तीसगढ़ के शिक्षकों के अलावा इस अनुभव शेयरिंग के प्रथम सोपान में लक्ष्य वेध के प्रेरणा स्रोत आदरणीय श्री नंदकुमार सर जी एवं महाराष्ट्र के हमारे शिक्षक साथियों की भी उपस्थिति रही जिससे कि हम सबको बहुत आनंद की अनुभूति हुई.
समीक्षा के रूप में अगर कहा जाए तो अनुभव शेयरिंग का प्रथम सोपान जिसे आदरणीय श्री गोपाल सर जी के द्वारा प्रस्तुत किया गया पूर्ण रूप से सहज प्रेरणादाई और अनुकरणात्मक रहा. इस सफल प्रस्तुतीकरण के लिए आदरणीय श्री गोपाल सर जी श्री दीपेश सर जी और पूरी टीम को बधाई और धन्यवाद.
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लोकेश्वरी कश्यप
शासकीय प्राथमिक शाला सिंगारपुर
जिला मुंगेली
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