पायल
💐शीर्षक : पायल कान्हा के पैरों की पायल,करती है गोपियों के मन को घायल l गजब कृष्णा की मनमोहक मुस्कान, कौन नहीं इसका कायल l नटखट कान्हा छुप छुप जाए, मैया बेचारी उसको ढूंढ ना पाए l मैया नें सोचा तब यह उपाय, कान्हा को सुंदर पहना दी पायल l शरारत करके कान्हा छुप ना पाए, पता झट बताये उसकी पायल l जहाँ भी जाए छम- छम बजती, कभी चुप नहीं रहती बैरन पायल l गोपियां आढ़ में झट छुप जाए, कन्हैया की आहट जब बताएं पायल l साथियों को कृष्णा जब माखन खिलाएं, तब ना बजती यह पायल l जब कन्हैया माखन का भोग लगाएं,तब बजे चंचल बैरन पायल l कृष्णा कहीं भी आए - जाए , छन- छन खुश हो छनके पायल l लोकेश्वरी कश्यप मुंगेली (छत्तीसगढ़ ) 16/10/2022