नसगपांचमी

💐शीर्षक - नागपंचमी💐

पर्व विशेष है नागपंचमी का,
चलो नाग देव को मनाते है l
दुष्ट मुसको से वे रक्षा करते,
आभार हेतु लाई दूध चढ़ाते है l

भोले का विशेष यह आभूषण,
शिव गले से अपने इसे लगाते है l
खेत - खार में निवास करे यह
किसानो के मित्र कहलाते है l


अनु इनके विषय में कितना कहे,
हजार - हजार तो इनकी प्रजाति है l
गउहा,डोमि,करैत,कोबरा विषैले होते,
अनेकों विषहीन भी तो होते है l

अनोखे होते ये सरीसृप प्राणी,
स्व रक्षा हेतु लोगो को डराते है l
फुफकार कर भय का संचार करते,
विषधर भी तो ये कहलाते है l

विशेष विचित्र इनकी जीवन शैली,
हर स्थान पर यह पाये जाते है l
हानि नहीं कभी तुम हमें पहुचाओ,
नागपंचमी में यही प्रार्थना करते है l


लोकेश्वरी कश्यप
मुंगेली, छत्तीसगढ़
21/08/2023

Comments

Popular posts from this blog

ऑनलाइन गेम्स &हमारे आइडियल

दीवानगी

नवा शिक्षा नीति (छत्तीसगढ़ी में )