शिव की आराधना

💐शीर्षक - शिव की आराधना


जो सारे जग से निराला है,
वो तो मेरा शिव भोला है l
सारे तन पे भस्म रमाता है,
पहने जो बाघंबर चोला है l
शिव भोला है मेरा शिव भोला है.........


मेरे शिव की अजब कहानी है,
मेरा भोला शंकर अवघड़ दानी है l
अव्यक्त होकर कण कण में जो रम रहा ,
मेरा श्मशानवासी शिव अविनाशी है l
शिव अनादी है,मेरा शिव अनादी है.......


कालकूट पीकर  मुस्काता है,l
हमें सत्य से परिचित करता है l
निश्छल है प्रेम और भक्ति से,
वह सबके वश में हो जाता है l
भोला कहलाता है, वह भोला कहलाता है....


उससे ही उत्पन्न हुए सब,
वह हम सब मे ही समाया है l
जिसे सबने ही छोड़ दिया,
उसे बस मेरे शिव ने अपनाया है l
शिव महिमा अपरंपार है महिमा अपरंपार है....


कर लो मेरे शिव की आराधना,
करते हैं भोले पूरी सबकी साधना l
रखो सदा मन में श्रद्धा भावना,
पूर्ण होगी निश्चित ही मनोकामना l
कर शिव आराधना,कर शिव आराधना......


लोकेश्वरी कश्यप
मुंगेली छत्तीसगढ़
06/07/2023

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