रंग

💐शीर्षक - रंग


रंग रंगीली प्यारी होली,
रंगों की फुहार लेकर आई  l
बच्चे बूढ़े और जवान,
सबके मन को यह भाई  l


रंग,अबीर और गुलाल,
हर तरफ पड़े दिखाई  l
रंगों की गर्मी शांत करें,
पीकर शरबत और ठंडाई l


कान्हा आए रंग लगाने,
राधा ने भी सखियां बुलाई l
मोहन लाए अबीर गुलाल ,
सखियां लठ लेकर आई l


डाले रंग गोप गोपाल,
गोपियों ने लठ चलाई l
फिर भी न छोड़े पिचकारी,
गोप गोपाल करे ढीठाई l


सबको प्यारी लगती होली,
जिसने सारे भेद मिटाई l
देख अनु सबने रंगोत्सव पर
बैर मिटा सबको गले लगाई l


लोकेश्वरी कश्यप
मुंगेली छत्तीसगढ़
03/03/2023

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