मौसम (मुक्तक )
💐शीर्षक - मौसम
मौसम आया नवरात्रि का,
भजन,गीत, जवारा गाइये l
अपने भक्ति भाव से माँ को,
अपने घर,जीवन में बुलाइये l
माँ पर रख श्रद्धा और विश्वास,
गुण माता के गाकर सुनाइये l
मिलेगा निश्चित ही माँ का आशीर्वाद,
उनके आगे श्रद्धा से मस्तक झुकाइये l
मौसम है ऋतु परिवर्तन का,
खान पान में भी परिवर्तन लाइये l
शुद्ध रख भोजन, आचार - विचार,
तन, मन,जीवन स्वस्थ बनाइये l
जैसा भी हो मौसम खुद को,
उस मौसम अनुकूल ढालिये l
स्वस्थ, तन, मन जीवन का आधार,
निश्चित ही इसको जानिये l
चैत्र नवरात्र के इस मौसम में,
भक्ति भाव से सराबोर हो जाइये l
मातृ शक्ति का सम्मान करना अनु,
हर घर के हर संतान को सिखाइये l
लोकेश्वरी कश्यप
मुंगेली छत्तीसगढ़
17/03/2023
मौसम आया नवरात्रि का,
भजन,गीत, जवारा गाइये l
अपने भक्ति भाव से माँ को,
अपने घर,जीवन में बुलाइये l
माँ पर रख श्रद्धा और विश्वास,
गुण माता के गाकर सुनाइये l
मिलेगा निश्चित ही माँ का आशीर्वाद,
उनके आगे श्रद्धा से मस्तक झुकाइये l
मौसम है ऋतु परिवर्तन का,
खान पान में भी परिवर्तन लाइये l
शुद्ध रख भोजन, आचार - विचार,
तन, मन,जीवन स्वस्थ बनाइये l
जैसा भी हो मौसम खुद को,
उस मौसम अनुकूल ढालिये l
स्वस्थ, तन, मन जीवन का आधार,
निश्चित ही इसको जानिये l
चैत्र नवरात्र के इस मौसम में,
भक्ति भाव से सराबोर हो जाइये l
मातृ शक्ति का सम्मान करना अनु,
हर घर के हर संतान को सिखाइये l
लोकेश्वरी कश्यप
मुंगेली छत्तीसगढ़
17/03/2023
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