माता -पिता
💐🙏🏻शीर्षक - माता- पिता
बड़े सवेरे उठती मेरी मां,
होकर प्रसन्न मन से करें स्नान l
फिर करती माता पूजा व पाठ,
करती माँ नित्य ही प्रभु का ध्यान l
हमें सिखाती सदा प्रेम से वह,
करना सदा तुम सभी का सम्मान l
बातें बताती है हमको अच्छी,
देती हम सबको अच्छे संस्कार l
करना मत तुम किसी की बुराई,
इससे होता प्रभु का अपमान l
अच्छा आचरण तुम सबसे करना,
सबको अपने समान ही तु जान l
हम भी सदा मात के संग- संग,
करते मिलकर पूजा और पाठ l
मात-पिता की सेवा हम करते,
प्रसन्न मन से सदा ही दिन-रात l
पूजा पाठ से मिलती हमेशा,
मन को आत्मिक बल,शांति व ज्ञान l
माता पिता के रूप में ही तो,
हमें सुलभ रहते सदा भगवान l
लोकेश्वरी कश्यप
मुंगेली, छत्तीसगढ़
15/03/2023
बड़े सवेरे उठती मेरी मां,
होकर प्रसन्न मन से करें स्नान l
फिर करती माता पूजा व पाठ,
करती माँ नित्य ही प्रभु का ध्यान l
हमें सिखाती सदा प्रेम से वह,
करना सदा तुम सभी का सम्मान l
बातें बताती है हमको अच्छी,
देती हम सबको अच्छे संस्कार l
करना मत तुम किसी की बुराई,
इससे होता प्रभु का अपमान l
अच्छा आचरण तुम सबसे करना,
सबको अपने समान ही तु जान l
हम भी सदा मात के संग- संग,
करते मिलकर पूजा और पाठ l
मात-पिता की सेवा हम करते,
प्रसन्न मन से सदा ही दिन-रात l
पूजा पाठ से मिलती हमेशा,
मन को आत्मिक बल,शांति व ज्ञान l
माता पिता के रूप में ही तो,
हमें सुलभ रहते सदा भगवान l
लोकेश्वरी कश्यप
मुंगेली, छत्तीसगढ़
15/03/2023
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