बालिका शिक्षा (दोहा )
शीर्षक - बालिका शिक्षा
नाम करेगी बालिका, बनायगी पहचान l
मत कतरो पंख उसके, छुएगी आसमान l
जमाना भी देखेगा, यहाँ उसकी उड़ान l
हौसला न टूटे कभी, तुम बस रखना ध्यान l
शिक्षित होयगी बालिका, मिलेगा उसे मान l
छुएगी जब बुलंदिया,चलना सीना तान l
हर बेटी शिक्षित होगी, रचेगी इतिहास l
भूल से भी न करेगा, जग उसका परिहास l
मान व सम्मान बढ़ेगा,ऊंचा होगा नाम l
शिक्षा पा शिक्षित करेगी, बढ़ेगा स्वाभिमान l
शिक्षित मात के ज्ञान से,मिले नेक संस्कार l
नेक सब संस्कारों से,सुन्दर बने विचार l
पढ़ेगी और बढ़ेगी, पायेगी अधिकार l
शिक्षा ज्योति जलाएगी, मिटेगा अंधकार l
भविष्य बनेगा उसका,विद्या प्रकाशवान l
जीवन सुवासित होगा, जब मिले शिक्षा दान l
सही गलत अंतर यहाँ, बतलाये है ज्ञान l
जगत में शिक्षित बालिका, बन जाती गुणवान l
प्रतिभा सारी निखरती, बढ़ता जाता मान l
ज्ञानी बनती बेटियाँ , जग करता गुणगान l
शिक्षा से महान बनते, निर्धन औ धनवान l
विनम्र बनते जन सभी, त्यागे सब अभिमान l
लोकेश्वरी कश्यप
मुंगेली (छत्तीसगढ़ )
10/03/2023
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