ऋतुराज

💐शीर्षक - ऋतुराज

बसंत सब ऋतुओं का राजा है l
हर प्राणी के मन को बहुत भाता है l
सबको सुंदर -सुन्दर नजारे दिखाता है l
बागों में रंग-बिरंगे  फूल खिलाता है l


बसंत में फूल अच्छा मिलता  है l
बसंत  बड़ा संत सा लगता है l
फूलों से धरा का श्रृंगार करता है l
सब वन - उपवन को महकाता है l


अमराई में कोयलें कूकने लगती है l
आमों के पेड़ो पर बौर आने लगते है l
पुष्पों पर तितली,भौंरे मंडराने लगते है l
दिन और रात सारे सुहाने लगते है l


चलो माता शारदे को मनाते है l
अपने सदव्यवहार से रिझाते है l
पूजा की सुन्दर सी थाल सजाते है l
विद्या दायनी की आरती गाते है l


पंचमी के दिन होली डांग गड़ाते है l
होली की तैयारी में लग जाते है l
हम ऋतुराज की अगवानी करते हैं l
मिलकर वसंत ऋतु का आनंद लेते है l


लोकेश्वरी कश्यप
छत्तीसगढ़
19/01/2023

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