रिश्तेदार

💐शीर्षक - रिश्तेदार

एक कहावत बड़ी पुरानी,
हमें सुनाए है दादी नानी l
सुख के सब साथी दुख में न कोई,
जो दुख में काम आए,
सच्चा साथी बस वही  l


सुख में रिश्ते बनें हजार,
धन दौलत की चकाचौंध में,
पराए भी बन जाए रिश्तेदार,
ऐसे रिश्तेदार बस दिखावे के,
ऐसे मिल जाते हैं हजार  l


सच्चे रिश्तेदार होते बस वही,
जो सुख दुख में सदा साथ निभाए  l
सुख में आए खुशियां लेकर,
दुख में दर्द बांट के जाए ,
सच्चे रिश्तेदार बस वही कहाए l


अपने मतलब के लिए जो बने रिश्तेदार,
उनसे सोच समझ कर करना तुम व्यवहार l
घर आये ये जों तुम्हारे करना सत्कार l
तुम ना करना किसी से बुरा व्यवहार l
चाहे पराए हो वे या हो तुम्हारे रिश्तेदार l


जो जैसा करेगा वैसा पाएगा  l
प्रकृति करती सदा समता का व्यवहार l
तुम भी प्रकृति से कुछ सीख लो,
अपने पराए में भेद ना करो कभी,
करो सबसे प्रेम भरा व्यवहार  l



लोकेश्वरी कश्यप
जिला मुंगेली छत्तीसगढ़
12/05/2022

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