पूनम की रात

💐शीर्षक -पूनम की रात

पूनम की रात बढ़ी सुन्दर होती है l
जब चांद पूरा होकर जवान होता है l
हर तरफ चांदनी बिखर कर मुस्कुराती है l
चाँद से इस दिन अमृत बरसता है l

आसमा से जमी तक चांदनी छीटकी रहती हैl
चांद अपने हुस्न पर खूब इठलाता है l
प्रेमियों को पूनम की रात दीवाना बनाता है l
वियोगी प्रेमियों को यही रात बड़ा तड़पाता है l


पूनम की रात में चांद और चकोर बातें करते हैं  l
सुख दुख की बातें आपस में साझा करते हैं l
पूनम की रात में चांद बढ़कर जवां हो जाता है l
फिर घटते -घटते चांद एक दिन फना हो जाता है  l


पूनम का चांद यह सबक सबको सिखाता है  l
जिसने घमंड किया एक दिन मिट वो जाता है l
एक दिन जीवन में समय वह भी जरूर आता है l
सब कुछ छोड़ इंसान मिट्टी में मिल जाता है  l


पूनम की रात चांद और चांदनी की रात होती है  l
सागर के सीने से ऊंची ऊंची लहरें उठती है l
टकराती है जब साहिल से तेज आवाज होती है  l
जब ढलती है यह रात तब लहरें भी शांत होती है l



लोकेश्वरी कश्यप
जिला मुंगेली छत्तीसगढ़
11/04/2022

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