वन है तो हम हैं
💐वन है तो हम हैं
सुन लो बड़ो की बात,उनकी बात में दम है l
करो संरक्षण वनों का, वन है तो हम हैं l
शुद्ध वायु देते, देते हमको अनेकों फल हैं l
इनसे ही आकर्षित होकर आते काले धन हैं
l
अनेक वन्यजीवों का एकमात्र ये ही घर है l
लगातार कटाई से, कम हो रहे सारे वन हैं l
वनों से ही लोगों का जीवन सुखमय हैं l
जहाँ वन कम है वहाँ जीवन दुखमय है l
जंगल, नदी, पहाड़ धरती का आभूषण है l
वन धरती स्वच्छ रखते कम करते प्रदूषण हैं l
वनो में ही तो औषधियों के भंडार हैं l
हरे-भरे वन करते धरती का श्रृंगार हैं l
वन्य जीवों का यहां बसता पूरा परिवार है l
जंगलों में पल्लवित होता उनका संसार है l
सुरक्षित रहे जंगल तो मंगल ही मंगल है l
यहां शेर तोते मोर हीरन भालू और बंदर है l
वनों की कटाई से संकट में प्राणी का जीवन हैं l
भोजन पानी की तलाश में आते गांव में जीव हैं l
उजड़ रहे जंगल,हो रहा चहुँ ओर अमंगल है l
लालच में अंधा मानव,बुला रहा अपना संकट है l
लोकेश्वरी कश्यप
जिला मुंगेली छत्तीसगढ़
04/06/2022
सुन लो बड़ो की बात,उनकी बात में दम है l
करो संरक्षण वनों का, वन है तो हम हैं l
शुद्ध वायु देते, देते हमको अनेकों फल हैं l
इनसे ही आकर्षित होकर आते काले धन हैं
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अनेक वन्यजीवों का एकमात्र ये ही घर है l
लगातार कटाई से, कम हो रहे सारे वन हैं l
वनों से ही लोगों का जीवन सुखमय हैं l
जहाँ वन कम है वहाँ जीवन दुखमय है l
जंगल, नदी, पहाड़ धरती का आभूषण है l
वन धरती स्वच्छ रखते कम करते प्रदूषण हैं l
वनो में ही तो औषधियों के भंडार हैं l
हरे-भरे वन करते धरती का श्रृंगार हैं l
वन्य जीवों का यहां बसता पूरा परिवार है l
जंगलों में पल्लवित होता उनका संसार है l
सुरक्षित रहे जंगल तो मंगल ही मंगल है l
यहां शेर तोते मोर हीरन भालू और बंदर है l
वनों की कटाई से संकट में प्राणी का जीवन हैं l
भोजन पानी की तलाश में आते गांव में जीव हैं l
उजड़ रहे जंगल,हो रहा चहुँ ओर अमंगल है l
लालच में अंधा मानव,बुला रहा अपना संकट है l
लोकेश्वरी कश्यप
जिला मुंगेली छत्तीसगढ़
04/06/2022
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