फूलों का संसार

💐💐शीर्षक - फूलों का संसार

रंग, बिरंगा, मनमोहक और मनभावन,
सदा पतितपावन होता,फूलों का संसार l
कमल,गुलाब,गेंदा,सूर्यमुखी, चंपा, चमेली,
सारी है आपस में ये सखी - सहेली l

कोमल, सुवासित, प्रसन्न सदा नई - नवली l
जैसी भी हो परिस्थितियाँ रहती ये खिली खिली l
रंग - रूप अनेक,जाती,खुशबु भी अनेक इनकी l
प्रभु चरणों में इनको डाल करते हैँ सब विनती l


रंग -खुशबु और छटा से ये सबको मोहित करते l
सर्दी, धूप, बरसात सहते नियत समय पर खिलते l
रोते नहीं किस्मत पे,देखा सदा हमनें इनको हँसते l
इनसे बनाते इत्र, माला और बनाते हम गुलदस्ते l


हर पुष्प की अपनी विशेषता,विशेष संदेश भी देते l
कमल खिले कीच में, पर कीचड इसे ना छू सके l
मोह माया के बीच रहो,पर मोह माया में ना पड़ो l
कमल देता हमें यह लाख टके का उत्तम संदेश l



गुलाब का सौंदर्य व महक सबको आकर्षित करता l
अपनी सुरक्षा हेतु, काँटों के बीच खिलता महकता l
अपनी सुरक्षा हेतु मर्यादा घेरे को कांटे ना समझना l
ये हैँ सिर्फ तुम्हारी सुरक्षा हेतु हमसे गुलाब कहता l


फूल गेंदे का सहनशील, धैर्यवान बड़ा होता l
अपनी सुघड़ता और सघनता से सबको हर्षता l
सहज,सस्ता, सुलभ और महा टिकाऊ ये होता l
सरल, सहज, तटस्थ रहो जीवन में ये कहता l

सूर्यमुखी का रूप सुनहरा,सूरज को ताका करता l
रवि से विमुख होकर ये कभी रह ही नहीं पाता l
करो ध्यान सदा ईश का, उससे विमुख ना रहना l
करो कर्म तुम उसका रुख देख सूर्यमुखी कहता l


इनके सबक पर गौर करे हम, ये हैँ सबके हितैषी l
सबमे ये का आये,सुख -दुख की भावना हो जैसी
करो हँसकर सामना परिस्थिति का हो चाहे जैसी l
मिलेगा तुम्हें वही, मन में भावना रखोगे तुम जैसी l


लोकेश्वरी कश्यप
जिला मुंगेली, छत्तीसगढ़
13/05/2022

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