हरियाली
💐 हरियाली
आज जब लेने में सुख मिलने लगा,
तब कैसे मिले परमानंद व आनंद l
स्वस्थ सुखी समृद्ध होगा जीवन,
जब हरियाली से समृद्ध होगी धरा l
शीतल मंद सुगंधित बहेगी चहुँ ओर हवा,
स्वास्थ्य शांत सबका तन मन होगा l
पंछी चहकेंगे डाली पर,
वृक्ष फल फूल संग मुस्कुायगा l
झूला डाले इनकी छाया तले,
बच्चों का बचपन खिल खिलाएगा l
हरियाली होगी जब भरपूर,
बादल खींचे चले आएंगे l
नहीं रहेगा किसान उदा,
खेत खलिहान लहलहाएंगे l
जब करेंगे प्रकृति का श्रृंगार,
मिले स्वच्छ वातावरण उपहार l
पेड़ बचाओ वृक्ष लगाओ,
करे धरनी को फिर खुशहाल l
तब कैसे मिले परमानंद व आनंद l
स्वस्थ सुखी समृद्ध होगा जीवन,
जब हरियाली से समृद्ध होगी धरा l
शीतल मंद सुगंधित बहेगी चहुँ ओर हवा,
स्वास्थ्य शांत सबका तन मन होगा l
पंछी चहकेंगे डाली पर,
वृक्ष फल फूल संग मुस्कुायगा l
झूला डाले इनकी छाया तले,
बच्चों का बचपन खिल खिलाएगा l
हरियाली होगी जब भरपूर,
बादल खींचे चले आएंगे l
नहीं रहेगा किसान उदा,
खेत खलिहान लहलहाएंगे l
जब करेंगे प्रकृति का श्रृंगार,
मिले स्वच्छ वातावरण उपहार l
पेड़ बचाओ वृक्ष लगाओ,
करे धरनी को फिर खुशहाल l
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