पर्यावरण हमारी शान
💐शीर्षक - पर्यावरण हमारी शान
जिसने सबको प्रेम भरा समर्पण दिया होकर निश्चल l
क्यों घात लगाकर विदीर्ण किया सबने उसका आंचल l
हम सबको मिला प्राकृतिक रूप से शुद्ध पर्यावरण l
उसके लिए मिलकर करें चलो प्रकृति का आभार प्रदर्शन l
जो मिला जितना मिला उसका करे सदा हृदय से सम्मान l
तुम कैसा पर्यावरण दोगे अपने बच्चों को करो इसका ध्यान l
इसे क्षति ना पहुंचाओ यह है अपने माता पिता समान l
वृक्ष - लताओं से ही तो सुंदर, जीवंत है यह संसार l
इसके बिना कुछ ना होगा धरा हो जाएगी वीरान l
आओ कमर कसके, हम सब दृढ़ संकल्प कर लें l
अपने घर - आंगन पर्यावरण को हरियाली से भर दें l
चलो मिलकर पुनः अपनी धरा को हरी-भरी कर दें l
धरती मां को हम भी हरियाली का प्रेम भरा उपहार दें l
वायु, जल, जंगल,जमीन की मिलकर करे सुरक्षा हम l
देरी है किस बात की क्यों करें किसी की प्रतीक्षा हम l
आज अभी से हमें अपने पर्यावरण को बचाना होगा l
वृक्षारोपण कर उसकी सुरक्षा करके हरियाली को पुनः लाना होगा l
इस पुनीत कार्य का महत्व अपने बच्चों को समझाना होगा l
मिलकर हम सबको पर्यावरण की सुरक्षा का बीड़ा उठाना होगा l
जब होंगे सर्वत्र हरे भरे घर - आंगन,खेत और खलिहान l
तब कह पाएंगे गर्व से हमारा पर्यावरण हमारी शान l
लोकेश्वरी कश्यप
जिला मुंगेली (छत्तीसगढ़ )
19/09/2022
(स्वरचित,मौलिक रचना )
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