अंशिका की बाल कविताएं 6. प्यारे चंदा मामा
💐शीर्षक - प्यारे चंदा मामा
चंदा मामा प्यारे चंदा मामा l
तुम हो न्यारे,न्यारे चंदा मामा l
रात में तुम आते,सबके दिलों में छा जाते l
कभी तुम घटते,तो कभी तुम बढ़ते हो l
करते हो अपनी मनमानी l
चंदा मामा प्यारे चंदा मामा l
चंदा मामा प्यारे चंदा मामा l
तुम हो न्यारे,न्यारे चंदा मामा l
रात में तुम आते,सबके दिलों में छा जाते l
कभी तुम घटते,तो कभी तुम बढ़ते हो l
करते हो अपनी मनमानी l
चंदा मामा प्यारे चंदा मामा l
सूरज दादा आते हैं अकेले,
तुम संग में मेला लाते हो l
सूरज की रोशनी से तुम चमकते,
फिर सूरज से ही क्यों घबराते हो?
चंदा मामा प्यारे चंदा मामा l
रोज रात को हम तुम्हें देखते,
दिन में जाने कहां छुप जाते हो?
सब बच्चों को सबसे प्यारे लगते,
पर जाने क्यों इतना इतराते हो?
चंदा मामा प्यारे चंदा मामा l
कु.अंशिका कश्यप
कक्षा 8 वी
शासकीय माध्यमिक शाला सूरजपुराकला
विकास खण्ड पंडरिया
जिला कबीरधाम
कु.अंशिका कश्यप
कक्षा 8 वी
शासकीय माध्यमिक शाला सूरजपुराकला
विकास खण्ड पंडरिया
जिला कबीरधाम
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