अंशिका की बाल कविताएं 2. चिड़िया
💐शीर्षक - चिड़िया
रोज सवेरे उठ जाती l
ची ची ची ची शोर मचाती l
करती अपनी मनमानी l
रोज सवेरे सबको जगाती l
दाना खाती पानी पीती l
पंख फैलाकर उड़ जाती l
चिड़िया रानी चिड़िया रानी l
तुम हो बड़ी सयानी l
कु.अंशिका कश्यप
कक्षा 7वी
शासकीय माध्यमिक शाला सूरजपुराकला
विकास खण्ड पंडरिया
जिला कबीरधाम
रोज सवेरे उठ जाती l
ची ची ची ची शोर मचाती l
करती अपनी मनमानी l
रोज सवेरे सबको जगाती l
दाना खाती पानी पीती l
पंख फैलाकर उड़ जाती l
चिड़िया रानी चिड़िया रानी l
तुम हो बड़ी सयानी l
कु.अंशिका कश्यप
कक्षा 7वी
शासकीय माध्यमिक शाला सूरजपुराकला
विकास खण्ड पंडरिया
जिला कबीरधाम
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