मानव जीवन

🙏🏻शीर्षक - मानव जीवन

 मानव जीवन है अनमोल इसे ना व्यर्थ गवाइये l
 सदा खुश रहे,सबको खुशियां जी भर लुटाइये l


 बहुत जी चुके गमगीन होकर,सारे गम भुलाइये l
 देकर किसी को तकलीफ,अब और ना रूलाइए l
कड़वे,दुखदाई पलों का बोझ दिल से अब हटाइए l
खुशनुमा पलों को याद कीजिए और मुस्कुराइए l
 मानव जीवन................... जी भर लुटाइए l


 रिश्तो में पड़ी दरार को प्रेम,स्नेह से भरते जाइये l
 संस्कृति,सभ्यता रिश्तो की मर्यादा बच्चों को समझाइए l
कर्तव्यों से मुंह बिचका कभी ना पल्ला झाड़िये l
 जो मिली जिम्मेदारी मिले हंस कर उसे निभाइये l
मानव जीवन................... जी भर लुटाइए l


 असहायों, दुखियो को कभी ना  बेवजह सताइए  l
 चाहे कितनी भी कठिन हो सत्य राह चलते जाइए  l मानव जीवन पाया मानवता का धर्म निभाइये l
 प्रकृति का सम्मान करें इसको हरा-भरा बनाइएl 
मानव जीवन................... जी भर लुटाइए l


 जो बांटोगे वही पाओगे इस बात को ना भुलाइए l
 जीवन में खुशियां पाना है तो खुशियां ही लुटाइए l
बोना ना किसी के पथ में कांटे,बैर भाव भुलाइए l
अपने-पराए भूलकर सबको प्रेम से गले लगाइए  l
मानव जीवन................... जी भर लुटाइए l


 कर्म कर,धर्म पथ पर चल सेवा धर्म निभाइए l
सच्ची आस्था रख,मन में प्रभु का ध्यान लगाइएl
अमूल्य है यह मानव जीवन इसको सफल बनाइए l
 मानव तन का मिला वरदान इसे ना व्यर्थ गवाइए l
मानव जीवन................... जी भर लुटाइए l



 लोकेश्वरी कश्यप
 जिला मुंगेली छत्तीसगढ़
22/05/2022

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