कर्ज चुकाना है

🙏🏻शीर्षक - कर्ज चुकाना है

आ गया समय,अब कुछ कर दिखाना है l
कर्मवीर के चरणों तले, झुकता जमाना है l
अनमोल है यह जीवन, व्यर्थ नहीं गवाना हैl
मात पिता की सेवा कर, सेवा का कर्ज चुकाना है l



ऋण है जो मातृभूमि का,वह कर्ज चुकाना है l
आये जो अब तूफान तो,हँस कर टकराना है l
रोना छोड़ अब हर हाल में हमें मुस्काना है l
जो भी कर्ज है जिनका, वह कर्ज चुकाना है l


 ज्ञान विज्ञान से अंधविश्वास को दूर भगाना है l
आधुनिकता की भेंट चढ़ते संस्कारों को बचाना है l
भटक गये है जो अपने,उन्हें सही राह पे लाना है l
अधूरे है जो सपने,उनको पूरा कर दिखलाना है l


बेसुध है जो नशे में, उन्हें होश में लाना है l
टूट रहे है जो रिश्ते,उनको दिल से बचाना है l
बिछड़े हुए अपनों को,फिर से गले लगाना है l
निरस होती जिंदगी, प्रेम के रंगों से सजाना है l


अपने अधिकारों के लिए,आवाज उठाना है l
जवाबदेही से अपने सभी कर्तव्यों को निभाना है l
समस्याये जो आये तो धैर्य से सुलझाना है l
रुकना नहीं हौसलों की उड़ान भरते जाना है 
l


लोकेश्वरी कश्यप
 मुंगेली, छत्तीसगढ़
28/05/2022

Comments

Popular posts from this blog

स्कूली शिक्षा आज और कल में अंतर

तकदीर का लिखा

प्रतिवेदन श्रंखला (2)