पिता

💐पिता 💐


 हर पिता होता है अपने बच्चों के लिए आदर्श l
 क्योंकि वह करता है अपने बच्चों के लिए संघर्ष  l
करता है कठिन परिश्रम वह दिन रात l
 बच्चों के भविष्य की चिंता सताती है उसे दिन रात l
अपने अरमानों को भूल बच्चों की ख्वाहिश करते पूरी l
 अपनी खुद की चाहत छोड़ देते हैं अधूरी  l
 बच्चों की मुस्कुराहट देख मुस्कुरा लेते हैं वे l
 अपना दर्द बच्चों से कितनी सफाई से छुपा लेते हैं वे l
 बच्चों की जरूरतें पूरी करते अपनी जरूरत भूल जाते हैं l
 वही बच्चे अपनी जरूरत पूरी करने उनसे दूर चले जाते हैं l
 पिता वह इमारत हैं जो जर्जर होकर भी बच्चों को सुरक्षा देते हैं l
 सारी मुश्किलें खुद सह लेते किसी पर आंच नहीं आने देते हैं l
 गर्मी धूप बरसात सबकी मार अकेले सहते रहते हैं l
अमीर गरीब जैसे भी हो बच्चों के लिए आदर्श पिता होते हैं l
 पिता तो बस प्यार और सम्मान के लायक होते हैं l
अपनी सेवा से जीत लो मन सेवा के हकदार होते हैं l
 पितृ ऋण है भारी ऋण इसे चुका ना पाओगे  l
 जन्म दिया हमें धरा पर लाए यह हमारे जनक हैं  l
 पिता सदा पितृ देवो भवह के परिचायक है l



 लोकेश्वरी कश्यप
 जिला मुंगेली छत्तीसगढ़
27/04/2022

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