सहनशीलता

💐शीर्षक - सहनशीलता

 सहनशीलता की परिभाषा हमको सिखाती धरती माता  l
 प्राणी के सारे कर्मों को चुपचाप सहती रहती धरती माता  l
 सारी आवश्यकताओं की पूर्ति करती मां जैसी धरती माता l
 प्यार, सम्मान,संरक्षण की सच्ची अधिकारी धरती माता l


 गर्भ में जिसके खनिज संपदाओं की भरमार वह है धरती माता l
 वर्षा ऋतु में हरियाली की ओढ़े चुनरिया नई नवेली  धरती माता l
 बच्चों के उत्पाद मुस्कुराकर सहित सहनशील धरती माता l
 जन-जन में देशभक्ति का भाव जगाती अपनी धरती माता  l


 एक बीज हम से लेकर  हजार गुना लौटाती धरती माता l
 अपने रज के कण-कण से प्राणी को पोषित करती  धरती माता l
 अपना रौद्र रूप दिखलाती जब रुष्ट होती मानव से धरती माता  l
 सब  उथल-पुथल कर पुनः अपने गर्भ में समा लेती धरती माता  l


 अपने हर रूप में जीवन का सच्चा पाठ पढ़ाती धरती माता  l
 हर परिस्थिति में सहनशीलता का सबक देती  धरती माता  l
 हम पर लुटा कर अपनी ममता सदा मुस्कुराती धरती माता l
 अत्याचारी को सबक सिखाना रौद्र रूप में समझाती धरती माता l


 लोकेश्वरी कश्यप
 जिला मुंगेली छत्तीसगढ़
04/04/2022

Comments

Post a Comment

Popular posts from this blog

स्कूली शिक्षा आज और कल में अंतर

तकदीर का लिखा

प्रतिवेदन श्रंखला (2)