अब तस्वीर बदलनी होगी

💐तस्वीर

 हर तरफ फैला झूठ,  फरेब,  अत्याचार  l
 बहू -बेटियों का घर से निकलना हुआ दुश्वार l
 चारों ओर बढ़ रहा बेहिसाब दुराचार l
सबको मिलकर अब यह तस्वीर बदलनी होगी l


 हर तरफ लूट है, मच रहा हाहाकार l
 कहीं युद्ध,कहीं षड्यंत्र का गर्म है बाजार l
अकेले निपट नहीं सकती कोई भी  सरकार l
 सबको मिलकर यह तस्वीर बदलनी होगी l


हो कही  कुछ गलत, और अत्याचार l
एक दूजे पर दोषारोपण करना है बेकार l
बिना डरे हमको करना होगा प्रतिकारl
सबको मिलकर यह तस्वीर बदलनी होगी l



कब तक अपनी जिम्मेदारी से बचने ढूंढेंगे राह l
सच्चाई को अब  दिल से करें स्वीकार l 
आपने लिए स्वयं ही बनना होगा हमें  तारणहार l
सबको मिलकर यह तस्वीर बदलनी होगी l


 षडयंत्रो कि विभीषिका में जल रहा संसार l
प्रकृति कब तक झेले मानव रूपी दानव  के अत्याचार l
इसलिये पड़ रही अब प्रकृति कि भी मार l
सबको मिलकर यह तस्वीर बदलनी होगी l


 बंद करो यह युद्ध,छल, पाप, दुराचारl
शांति, प्रेम, समृध्दि का करो मिलकर सम्मान l
बनाये इसे ही हम अपने जीवन का सार  l
 सबको बांटे प्यार तब होगा  जीवन का उद्धार l



लोकेश्वरी कश्यप 
जिला -मुंगेली, छत्तीसगढ़ 
27/03/2022

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