दहेज प्रथा
😔शीर्षक : दहेज प्रथा
प्रथा नहीं ये, ये है कुप्रथा l
जिसने बेटियों को सर्प बनके डसा l
दहेज लोभियो का पाप है l
समाज पर कलंक और अभिशाप है l
दहेज कन्या भ्रूण हत्या का मूल है l
बहु - बेटी को प्रताड़ित करता शूल है l
जब तक यह कुप्रथा बंद नहीं होगी l विवाहिताओं को लगाई आग मंद नहीं होगी l
बंद करो असुरों अपना यह गन्दा खेल l
सुधर जाओ नहीं तो जाना पड़ेगा जेल l
बच्चों की दहेज के नाम पे बोली लगाते हो l
बेटे की कीमत लेकर बेटियों को जलाते हो l
अपने नीच करम पे कुछ तो शर्म करो l
ना मिले कुआँ तो चुल्लू भर पानी में डूब मरो l
रिश्तो का मान करो मर्यादा ना तार-तार करो l
दहेज की भेंट ना चढ़ाओ बेटियों को इनका सम्मान करो l
भस्मासूर है यह दहेज का दानव यह मत भूलो l
आज से इसी क्षण से इसका मिलकर बहिष्कार करो l
अब ना सहेंगी बेटियाँ दहेज की मार l
दुर्गा बनके करेंगी लोभियो के लोभ का संहार l
सुन्दर अनमोल रिश्तों को यह कलुषित करता है l
मर्यादाओ को तोड़ दिलों में जहर यह भरता है l
लोकेश्वरी कश्यप
जिला मुंगेली, छत्तीसगढ़
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