राधिका 🙏🏻


राधिका 


राधिका एक सीधी-सादी गांव की लड़की थी. उसके माता पिता शहर में कमाने गए. राधिका भी अपने भाई और माता पिता के साथ शहर गई. उसके पिता ने उसका दाखिला एक बहुत अच्छे से स्कूल में करा दिया. राधिका और उसका अभी स्कूल जाने लगे. राधिका गांव से गई थी उसे हिंदी बोलना अच्छे से नहीं आता था. उसके स्कूल के बच्चे उसका बहुत मजाक उड़ाते थे कि उसे अच्छे से बोलना नहीं आता है. उसे चिढ़ाते थे. की राधिका गवार है, उसे कुछ नहीं आता, वह क्या जाने कि अच्छे से पढ़ना और लिखना उसे तो मैडम की बात भी समझ में नहीं आएगी. पर राधिका उनसे कभी पलट कर कुछ ना कहती थी बस चुपचाप उनकी बातें सुन लेती थी.
 राधिका बहुत समझदार और मेहनती लड़की थी. उसकी हर चीज को सीखने की और जानने की जिज्ञासा कमाल की थी. जब मैडम क्लास में पढ़ाती थी तो वह बड़े ध्यान से सुनती थी. 
 क्योंकि राधिका जानती थी कि इस शहर में जब कोई उससे दोस्ती नहीं करना चाहता, कोई से बात नहीं करना चाहता, तो एकमात्र किताबे ही हैं जो उसकी सच्ची  साथी बन सकती है. राधिका जी जान से पूरी मेहनत के साथ जुट गई अपनी सच्ची साथी के साथ अपना समय बिताने में. क्योंकि वह बहुत सी जाती थी किसी से कुछ पूछने में किसी से बात करने में तो राधिका ने किताबों से दोस्ती की जो भी उसे समझ में नहीं आता था वह वह किताबों से ढूंढ ढूंढ कर उदाहरणों से समझती थी. जब दूसरे बच्चे हमें सवाल समझ में नहीं आ रहा है कल फिर से पूछेंगे इसे, ऐसा कहकर किसी और काम में व्यस्त हो जाते थे या खेलने लग जाते थे. राधिका किताबों से समझने की कोशिश करती सवालों को बार-बार बनाने की कोशिश करती. कहानी को बार-बार पड़ती उसे समझने की कोशिश करती और बहुत सारे प्रश्न अपने मन से उस कहानी को पढ़कर बनाती थी और उनके उत्तर खुद ही लिखती थी. जब भी मैडम उसकी कॉपी चेक करती तो उसको पाठ्य पुस्तक में दिए गए प्रश्नों के अलावा भी बहुत सारे क्वेश्चन और हल मिलते थे. राधिका हर खेल में हर गतिविधि में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती थी. बस वह अपने स्कूल में अपने दोस्तों को और सभी लोगों को यह साबित कर देना चाहती थी कि वह भले गांव से आई है पर वह भी दूसरे बच्चों की तरह बहुत अच्छे से सारी गतिविधियां कर सकती है पढ़ाई कर सकती है और आगे रह सकती हैं. धीरे-धीरे उसकी क्लास के और उसके स्कूल के बच्चे राधिका की प्रतिभा से  परिचित होते गए
  अर्धवार्षिक की परीक्षाएं हुई तब राधिका को पूरी क्लास में सबसे ज्यादा अंक मिले थे अबे स्कूल का हर बच्चा राधिका से दोस्ती करना चाहता था.
 राधिका ने अपने परिश्रम और  अच्छे व्यवहार से सभी को प्रभावित किया और सबकी चहेती और होनहार छात्रा के रूप में अपना स्थान बनाया.

 शिक्षा   :-  परिस्थितियां चाहे कैसी भी हो हमें अपनी मेहनत,  लगन और अपने सदव्यवहार को कभी नहीं छोड़ना चाहिए.

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