अहसासों का बंधन
शीर्षक :- अहसासों का बंधन
हमारे जीवन में अनेक रिश्ते होते हैं l कुछ रिश्ते हमें जन्मजात मिले होते हैं तो कुछ रिश्ते हमें समय के साथ बनाने पड़ते हैं और बनाए जाते हैं हर रिश्ते का अपना एक विशेष महत्व होता है l
जन्मजात रिश्तो का बंधन
कुछ रिश्ते हमें जन्मजात मिलते हैं l
यह रिश्ते होते हैं जो हमारे जन्म लेने से पूर्व और जन्म लेने के बाद हम से जुड़े होते हैं l जिनमें सबसे पहला रिश्ता होता है माता पिता और बच्चे का l जब हमारा जन्म होता है तो हमें माता-पिता के अलावा और भी रिश्ते सत्ता ही मिल जाते हैं जैसे कि बड़े भाई और बहन, चाचा -चाची, दादा- दादी,नानी - नाना, मामा बुआ फूफा मासी, बेटी भतीजी बहन इत्यादि हमें अनेक अनेक रिश्ते जन्मजात मिल जाते हैं बिना परिश्रम के l इन्हें हम खून के रिश्ते भी कहते हैं l
*बनाये रिश्तों का बंधन*
यहां पर कृत्रिम शब्द का अर्थ है कि ऐसे रिश्ते जो हमें जन्मजात नहीं मिलते हैं इन्हें हमें बनाना पड़ता है l
जैसे कि दोस्त, गुरु, पति अथवा पत्नी, इत्यादि l यह सारी रिश्ते में रिश्ते हैं जो हमें समाज के साथ सुंदर सामंजस्य स्थापित कर बनाने पड़ते हैं l इन्हें बनाने के लिए हम स्वतंत्र होते हैं इसे बनाते समय हम सामने वाले में बहुत सारी खूबियों को अच्छाइयों को ढूंढते हैं जो हम पसंद होते हैं l
यूं तो कहने को लोग कहते हैं कि खून का रिश्ता ही सबसे बड़ा रिश्ता होता और यह कभी नहीं टूटता है l लेकिन हम देखते हैं कि जो रिश्ते हम स्वयं बनाते हैं l जो हमें जन्मजात नहीं मिले होते हैं, पुलिस तो को बनाने के लिए हमें बहुत ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है और उसके लिए परिश्रम के साथ साथ धैर्य एवं त्याग और अटूट विश्वास की भी आवश्यकता पड़ती है l
रिश्ते में नोकझोंक चलती रहती है पर जो रिश्ते हम अपनी पसंद से बनाते हैं उन्हें संजोए रखने में हम अपनी जी जान लगा देते हैं l
वास्तविक सत्य ही है कि रिश्ते चाहे हमें जन्मजात मिले हो अथवा हमारे द्वारा बनाए गए हो प्रत्येक रिश्ते की अपनी एक गरिमा और महत्व होता है l इस गरिमा को बनाए रखना हमारा कर्तव्य होता है l रिश्ता चाहे कोई भी हो उस रिश्ते में प्यार सहानुभूति एहसास विश्वास होना अति आवश्यक हैl क्योंकि जिस रिश्ते में प्यार और विश्वास ना हो वह रिश्ता बहुत जल्दी टूट जाता है l प्रत्येक रिश्तो का यह डोर अनुबंध के धागों से निर्मित होता है l यह रिश्तो की डोर दिखाई तो देती नहीं है पर हम इसे अंतर्मन से महसूस करते हैं और यह हमारे एहसासों से होते हुए हमारे दिलों पर छाए रहते हैंl यह अनमोल रिश्ते होते हैंl यह ऐसे रिश्ते होते हैं जिन्हें हम किसी डोर से बांधकर नहीं रख सकते बस इन्हें तो एहसासों की डोर से बंधे रखा जा सकता है l
ऐसे ही प्यारा सा एक रिश्ता है l इस रिश्ते को हम पति-पत्नी का बंधन कहते हैं l यह वों बंधन होता है l जहां पर विश्वास और प्रेम ही इससे बांधे रखता है l नहीं तो दो अनजान लोग अपनी जिंदगी की इतनी लंबे समय को एक साथ इतनी खुश होकर कैसे निभा सकते हैं l इसे केवल प्रेम और विश्वास के एहसासों से ही निभा सकते है l विश्वास और प्रेम के यह अहसासों के ऐ बंधन वास्तव में बहुत ज्यादा मजबूत होते हैं l
हम सभी की यह कोशिश होनी चाहिए कि चाहे रिश्ता कोई भी हो हमें उससे पूरी शिद्दत और सम्मान के साथ निभाना चाहिए l
लोकेश्वरी कश्यप
जीका मुंगेली छत्तीसगढ़
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