तेरी महिमा अपरम्पार है


 *शारदीय नवरात्र 2021*



*शीर्षक :- तेरी महिमा अपरंपार है*

 अंबे जगदंबे मैया तेरी महिमा अपरंपार है  l
 हम हैं तेरे बालक छोटे-छोटे तू तू करुणा की अवतार है l
जब जब धरती पर बढ़ता है पाप तो तु लेती अवतार है l
मुझे भी पार लगा दो मैया, मेरी नैया फंसी मझधार है l तेरी महिमा अपरंपार है........


 मुझे दे दे तेरी भक्ति, मैया तू तो शक्ति का अवतार है l
 तेरी भक्ति के बिना मैया, मेरा तो जीवन बेकार है l
 तेरी शरण में आए बिना मैया, मेरा कहां उद्धार है  l
 तूने अपनी शक्ति से मैया, मेरा किया सदा उपकार है  l तेरी महिमा अपरंपार है............



 तू ही है शैलपुत्री माता,तू ही है ब्रह्मचारिणी l
 माता तुम हो चंद्रघंटा,तुम ही हो कुष्मांडा कहलाती l
स्कन्दमाता भी नाम तुम्हारा,तुम ही हो कात्यायनी l
 काल की भी काल बन जाती मैया, तुम जब बनती कालरात्रि l तेरी महिमा अपरंपार है.......



 हे माता तुम हो शंभू प्रिया, तुम ही हो माता महागौरी  l
सभी सिद्धियों को देने वाली माता,तुम हो कल्याणी सिद्धीदात्री l
भव सागर से पार लगा दे हे मैया, मेरी ममतामयी भवानी l
 हे अंबे जगदंबे मैया,तेरी महिमा जगत ने सदा बखानी  l तेरी महिमा अपरंपार है.......

पुनः काली का रूप धर कर आ जाओ मैया महाकाली  l
हे मैया इस जगत में बढ़ रहा पाप का पुनः बोलबाला है  l
सुन लो पुकार,शेर पर सवार होके आओ मैया शेरावाली l
बोल तेरे सिवा मैया और कौन, इस जगत  को बचाने वाला है l तेरी महिमा अपरंपार है.....



 लोकेश्वरी कश्यप
 शासकीय प्राथमिक शाला सिंगारपुर जिला मुंगेली,छत्तीसगढ़

Comments

Popular posts from this blog

कुछ विचारणीय प्रश्न और उनके जवाब 1

प्रतिवेदन श्रंखला (2)

दर्द जो टीसते है