मोती का रहस्य

⚪️मोती का रहस्य ⚪️

रीमा हमेशा दुखी रहती थी l उसके घर में सब सुख सुविधा थी पर उसे शांति नहीं मिलती थी लकरण बस एक था उसकी ससुराल माँ दिन भर उसे खरी खोटी सुनाती रहती थीl रीमा भी कैसे चुप रहती भला l इस तरह घर का माहौल हमेशा तनाव ग्रस्त रहता था l घर में झगड़े होना स्वाभाविक और दैनिक गतिविधि हो गई हो जैसेl
     

इस तीज पर जब रीमा अपने मायके गई तो उसने अपनी परेशानी माँ से कही और कहा मुहे अब उस घर में नहीं जाना l मैं अपनी सास के साथ नहीं रहा सकती मुझे उनसे अलग रहना है l माँ नें उसे समझाया ऐसा नहीं कहते रीमा l मेरे पास तुम्हारी समस्या का समाधान है l जिससे साँप भी मर जायेगा और लाठी भी नहीं टूटेगी l बस तु जरा धीरज रख l माँ नें उसे वापस आते समय एक छोटी सी डिब्बी दी और कहा रीमा अब जब भी तुम्हारी ससुराल माँ तुम्हें कोई कड़वी बाट बोले और तुम्हें गुस्सा आये तो तुम उनको कुछ मत कहना लब्स यह डिब्बी खोलना और इसमें जो भी है उसे अपने मुँह में चुपचाप दबा लेना, पर ये सावधानी जरूर रखना कि जब तक यह तुम्हारे मुँह में रहें तुम उनको कुछ भी अपशब्द मत कहना l  बस चुप रहना और अपना काम करते रहना.

रीमा खुलजी खुशी अपने ससुराल चली गईl  दूसरे दिन जब उसकी ससुराल माँ अपनी आदत के अनुसार उसे बुरा भला कहने लगीं लतब रीमा नें उस डिब्बी को खोला पर उसमे 1 मोती  था  और उसमे एक पर्ची थी जिसमे लिखा था यह एक चमत्कारी मोती है इसे हमेशा छुपाकर रखना l इसे जब मुँह में रखो तो गलती से भी कभी किसी के लिए ना कुछ गलत सोचना ना ही कुछ गलत कहना l अगर किसी को कुछ गलत कह दिया तो इसका असर उल्टा हो जायेगा l

रीमा नें किसी को कुछ नहीं बताया l उसने चुपचाप वह मोती अपने मुँह में रख लिया. माँ के खेल अनुसार अपने काम में व्यस्त हो गई. उसे अपनी ससुराल माँ पर गुस्सा तो बहुत आ रहा था पर सावधानी वाली बात भी वह नहीं भूली थी l वह मन मारे चुप सब सुनती रही और अपना काम करती रही l

रीमा को आश्चर्य जनक रूप से महसूस हुआ कि धीरे धीरे उसकी ससुराल माँ के व्यवहार में अब बहुत सुधार होने लगा है l  अब वह पहले कि तरह उसे खरी खोटी नहीं सुनाती थी l  उसे भी अब सब कुछ शांति लगता था l उसकी ससुराल माँ से उसने रीमा कि कभी कभी  बड़ाई भी करते सुना था l अब उन दोनों का व्यवहार एक दूसरे के लिए काफी सम्मानजनक हो गया था l

अब जब वह ससुराल से मायके आई तो उसने अपनी माँ को उस चमत्कारी मोती के बारे में बताया और कहा कि माँ यह मोती तो स्कूल में बहुत चमत्कारी हैl इसकी वजह से आज मेरी सासु  माँ का व्यवहार मेरे लिए बहुत बदल गया है l अब मुझे उनसे कोई प्रॉब्लम नहीं है l

रीमा कि माँ धीरे से मुस्कुराई और बोली इसे तुम अपने पास ही रखो l यह शायद कभी तुम्हारी बेटी या किसी और के भी काम आ जाये l

इस प्रकार से अब रीमा अपने ससुराल में खुशी खुशी रहने लगीं l

प्रश्न :- 
आखिर उस मोती में ऐसा क्या रहा होगा ?जिससे रीमा कि समस्या का समाधान हो गया l

प्रश्न :- क्या मोती वाकई चमत्कारी था ?


👉 मोती के बारे में अपने विचार अवश्य प्रस्तुत करें.
प्रश्नों के जवाब भी प्रस्तुत कर सकते है. 🙏🏻🙏🏻🙏🏻😊








नोट : -
आपका जो भी उत्तर आये इस कहानी को उसी प्रकार से समाप्त कर सकते है. 🙏🏻😊💐



लोकेश्वरी कश्यप
शासकीय प्राथमिक शाला सिंगारपुर
जिला मुंगेली छत्तीसगढ़

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