उम्मीद

*बेहतर की उम्मीद* 


बेहतर की उम्मीद रखिये सदा ,
मुश्किलें हार जाएगी।
निकलेंगे किसलय डालियों में,
जीवन में बहार आएगी।
दुख की बदली छँट जाएगी,
बस मत छोड़ना कभी आस।
बेहतर की उम्मीद रखिये सदा.


इंद्रधनुषी किरणों को देख,
भर जाएगा पुनः नव उल्लास। 
आज बन्द है दरवाजे घरों के,
झरोखों से रोशनी आएगी।
बेहतर की उम्मीद रखिये सदा.


धैर्य रख कुछ दिन और,
ज़िन्दगी पटरी पर लौट आएगी।
आज परिस्थितियाँ अनुकूल नहीं,
चारों तरफ़ दर्द का डेरा।
बेहतर की उम्मीद रखिये सदा.


बिखरा बिखरा सा मन है,
आओ कर दे ख़ुशियों का घेरा।
सम्भाल ले ख़ुद को साथी,
ये काली रात भी कट जाएगी।
बेहतर की उम्मीद रखिये सदा.


थम जाएगी ये आँधियाँ,
मुस्कुराती सुबह सन्देश लाएगी।
एक पल रुको गहरी लो जरा साँस तुम
हौसलों को जरा समेटो और बढ़ जाओ तुम.
बेहतर की उम्मीद रखिये सदा.

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