कथनी अउ करनी
कथनी और करनी
कथनी अउ करनी म अंतर देखें हव भारी,
सिरतोन कहत हव संगी नई मारत हव लबारी.
कइथे कुछु करथे कुछु, दुनियाँ के रीत बड भारी,
बस देखावा के दुनियाँ म सब निभावत हे दुनियादारी.
सिरतोन कहत हव संगी नई मारत हव लबारी.
थोरकों लाज नई आवय इनला, नाक बाढ़य इखर नव बिता .
जबान के कीमत का हे जाने बस मोर मैया सीता.
सिरतोन कहत हव संगी नई मारत हव लबारी.
झूठ, फरेब, देखावा,लालच के चीखला म जेन गड़े हे.
अंतस इखर धिक्कारय तको नहीं उहूँ मुर्दा बन परे हे.
सिरतोन कहत हव संगी नई मारत हव लबारी.
कथनी अउ करनी म अंतर देखें हव भारी.
सिरतोन कहत हव संगी नई मारत हव लबारी.
🙏🙏🙏🙏
लोकेश्वरी कश्यप
P/S सिंगारपुर
जिला मुंगेली छत्तीसगढ़
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