मेरे राम मर्यादा पुरुषोत्तम
पुरुषों में है जो उत्तम, वो है मेरे राम मर्यादा पुरुषोत्तम.
मानव को मानवता का अर्थ बताया,
मर्यादा क्या होती है सारे जग को समझाया.
पुरुषों में जो है उत्तम, वो है मेरे राम मर्यादा पुरुषोत्तम.
सतपुरुषों की रक्षा को अपना कर्म और धर्म बनाया,
जो भी आये शरण तुम्हरी, उनको अपना दरश कराया.
पुरुषों में जो है उत्तम, वो है मेरे राम मर्यादा पुरुषोत्तम.
जिनके रज के कण से भी पाषाण में प्राण आ जाये.
उन राम की भक्ति से मानव बोल तु क्या ना पा जाये.
पुरुषों में जो है उत्तम, वो है मेरे राम मर्यादा पुरुषोत्तम.
बेटे का कर्तव्य क्या होता है हमें बताया,
प्राण जाये पर वचन ना जाये का मर्म समझाया.
पुरुषों में जो है उत्तम, वो है मेरे राम मर्यादा पुरुषोत्तम
पत्नीव्रत का धर्म निभाया, पति का कर्तव्य जग को समझाया.
कैसा हो भाई- भाई का सम्बन्ध ऐ प्रमाण दिखलाया.
पुरुषों में जो है उत्तम, वो है मेरे राम मर्यादा पुरुषोत्तम.
ऊँच नीच का भेद मिटाया, जो शरण आया उनको गले लगाया.
नवधा भक्ति का ज्ञान दिया शबरी को, प्रेम भक्ति पे सर्वस लुटाया.
पुरुषों में जो है उत्तम, वो है मेरे राम मर्यादा पुरुषोत्तम.
भक्ति और प्रीति की रीत कैसे निभे ऐ समझाया,
मर्यादा की रक्षा को जिन्होंने जीवन ध्येय बनाया.
पुरुषों में जो है उत्तम, वो है मेरे राम मर्यादा पुरुषोत्तम.
🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏
22/08/2021
लोकेश्वरी कश्यप, सहायक शिक्षक (L. B.)
जिला मुंगेली छत्तीसगढ़
Comments
Post a Comment