ऑनलाइन गेम्स &हमारे आइडियल

💐शीर्षक -ऑनलाइन गेम्स& हमारे आइडियल 

आज का युग सोशल मीडिया का युग है  l अगर यह कहा जाए तो किसी प्रकार की अतिशयोक्ति नहीं होगी l आज के युग में सोशल मीडिया मनोरंजन से ज्यादा जरूरत बनती जा रही है l हर वर्ग, गांव से लेकर शहर, अमीर गरीब आज हर किसी के हाथ में एंड्राइड मोबाइल है l एंड्राइड मोबाइल है तो नेट भी होता ही है l नेट है तो उस पर प्रतिदिन मिलने वाला एक से लेकर 2 जीबी का डाटा खत्म करना भी जरूरी समझा जाता है l

वर्तमान समय में हम देख रहे हैं कि ऑनलाइन गेम कि जैसे बाढ़ सी आ गई है  l हर कोई ऑनलाइन गेम खेलने में व्यस्त है l लोग पास पास में बैठ कर भी किसी के पास नहीं होते l हर मोबाइल में दो से तीन ऑनलाइन गेम डाउनलोड होते ही हैं l इन गेम्स को खेलने वाले लोगो के लिए सोने पर सुहागा तो तब हो जाता है जब इन गेमिंग एप्स को डाउनलोड करने के लिए उन्हें कैशबैक मिलता है l इसके बाद ऑनलाइन गेम खेलने पर हजारों लाखों रुपय जीतने की उम्मीद बन जाती है l गेम खेलने वाला व्यक्ति हो सकता है कुछ जीत भी जाता है l हो सकता है वह हर बार ही कुछ न कुछ जीतता हो l वाह क्या बात है आम के आम और गुठलियों के भी दाम l हर किसी को ऐसा ही लगता है l

        पर क्या यह इतना ही मजेदार और लाभ का सौदा है l नहीं यह एक लत है l एक ऐसा लत जो शायद आपका अनमोल समय,आपकी खुशियां, आपकी जिंदगी सब कुछ छीन ले l इसकी गंभीरता को तो वही समझ सकता है जो इसका भुगतान कर चुका है या कर रहा है l यह समस्या और भी ज्यादा  गंभीर तब हो जाती है जब खेल जुए का हो l जी हां जुआ l जुआ को पाप का भंडार कहा जाए तो गलत ना होगा l जुए की लत निश्चित तौर पर व्यक्ति को विनाश एवं पतन की ओर ले जाता है l जुआरी व्यक्ति का जीवन और परिवार लालच, पाप,दुख के दलदल में डूबता चला जाता है l जुआ धीरे-धीरे उनकी खुशियों को निगल जाता है l हम सभी जानते हैं कि जुआ खेलने के कारण ही पांडवों की किस प्रकार से मानहानि हुई एवं द्रोपति का किस प्रकार से अपमान हुआ l
अलग-अलग समय और काल में जुए के विभिन्न रूप हमारे सामने आते रहे हैं l पहले यह केवल उच्च वर्गों का शगल रहा करता था l सामान्य और गरीब जनता इससे दूर रहा करती थी l किंतु उस जमाने में भी इसे बुरा ही समझा जाता था l हिंदू धर्म ग्रंथों में भी जुआ को वर्जित किया गया है l
ईसाई धर्म ग्रंथों में भी जो जुआ खेलना को पाप की जड़ कहा गया है l मुस्लिमों में भी जुआ खेलने को हराम कहा गया है l क्योंकि जुआ खेलने वाला व्यक्ति कब कब अपने मार्ग और नियत से नीचे गिर जाए या भटक जाए यह कहा नहीं जा सकता l


बाइबल के अनुसार

इब्रानियों 13:5 कहता है, “अपने जीवन को धन के लोभ से मुक्त रखो, और जो कुछ तुम्हारे पास है उसी में सन्तुष्ट रहो, क्योंकि परमेश्वर ने कहा है, मैं तुम्हें कभी न छोड़ूंगा; मैं तुम्हें कभी नहीं त्यागूंगा।''


महाभारत
महाभारत के उद्योग पर्व में कहा गया है-‘ अक्षद्यूतं महाप्राज्ञ सतां मति विनाशम् । असतां तत्र जायन्ते भेदाश्च व्यसनानि च।’ जुये / द्युत समान पाप कोई नहीं। यह समझदार की बुद्धि फेर सकता है। अच्छा व्यक्ति को बुरा बना सकता है।

समय के साथ साथ जुए के और भी अनेक रूप हमारे सामने आए हैं l

घुड़ दौड़
लॉटरी
कैसीनो
ऑनलाइन गेम
रम्मी


जिस तरह से वर्तमान युग में ऑनलाइन गेम का प्रभाव बढ़ा है यह हमारे समाज के लिए चिंतनीय विषय है l क्योंकि ऑनलाइन गेमिंग अथवा जुआ दीमक की तरह हमारे घर परिवार और समाज देश को खोखला कर रहा है l  ऑनलाइन गेम की वजह से हमारे छोटे-छोटे मासूम बच्चों का भविष्य गेम की वजह से बर्बाद हो रहा है या तो निश्चित हैl मैं अपनी पढ़ाई ठीक से नहीं करते और गेम में लगे रहते हैं इससे उनका तन और मन  दुर्बल हो रहा है l
जब हम युवा वर्ग की बात करते हैं  तो यह और भी चिंता का विषय हैl हमारा देश दुनिया में सबसे बड़ा यूथ पावर रखता है l जरा सोचिए क्या हमारा देश वास्तव में इस युवा शक्ति का सही उपयोग कर पा रहा है अथवा आने वाले भविष्य में इस यूथ पावर का उपयोग कर पाएगा l सच्ची बात कहूं तो इसका उत्तर है नहीं l क्योंकि जिस तरीके से हमारे बच्चों और युवाओं को चाहे वह लड़की हो अथवा लड़का उनको टारगेट करके बहुत सारे ऑनलाइन जुए वाले ऐप इस समय ऑनलाइन मोबाइल में उपलब्ध है l जो हमारे देश के लोगों की अमूल्य समय, ऊर्जा,शक्ति, व समय को देश की उन्नति के लिए लगाने के बजाय डाइवर्ट करके जुए की लत में फंसा रहे हैं l यह एक सोची-समझी रणनीति के तहत धीरे-धीरे हमारे समाज व लोगों में फैलाया जा रहा है l हमारे युवा काम धंधा छोड़कर ऑनलाइन गेम खेलने में व्यस्त रहते हैं l  आजकल ग्रहणीया भी इस लत से बची नहीं है l

इस लत का तीव्र गति से फैलने का  कारण है सोशल मीडिया, पैसा, पब्लिसिटी, फिल्मी दुनिया व फिल्मी हस्तियां खिलाडी l जिन्हें समाज अपना रोल मॉडल मानने लगता है l यह हस्तियां, खिलाडी केवल और केवल पैसे के लिए कुछ भी करने को तैयार रहती है l इन्हें ना देश से मतलब होता है ना समाज से और ना ही इनकी किसी कार्य से पड़ने वाले प्रभाव से l यह खुद को नायक महानायक कहलाना पसंद करते हैं l पर क्या यह वास्तव में हमारे नायक और महानायक हैं? यह कैसे नायक है जो पैसों के लिए अपना ईमान और अपना कर्तव्य भूल जाते हैं l जब इन्हें पता है कि लोग इन्हें अपना आइडियल मानते हैं तो लोगों को अच्छे कार्य के लिए प्रेरित करने के बजाय लोगों को गलत दिशा की ओर प्रेरित करते है l क्या इनके पास पैसे की कमी है जो यह और अधिक पैसा कमाने के लिए यह  सब करते है l कहा जाता है *कि बड़े पद के साथ बड़ी जिम्मेदारियां आती है*  ये पद और पैसा तो पाए जाते हैं पर अपनी जिम्मेदारियां भूल जाते हैं l फिल्मी हस्तियां आज हमारे देश के  हर वर्ग के चाहते और चाहती है l जिस समाज से इन्हें मान सम्मान धन दौलत रुतबा सब कुछ मिला है उसी समाज को यह गलत दिशा निर्देश देते हैं यह कैसा कर्तव्य है इनका? पैसे की खातिर हमारे देश की युवा पीढ़ी और बच्चों को तंबाकू और रमी जैसे कुचक्र के दलदल में धकेल रही हैं l आज हर वर्ग का फिल्मी हस्ती अथवा खिलाडी चाहे वह कोई भी हो टीवी विज्ञापनों में आकर ऑनलाइन गेम खेलने के लिए प्रेरित कर रहा है l लूडो, रमी, जंगली रमी, पता नहीं क्या-क्या ऑनलाइन गेम खेलने के लिए प्रेरित कर रहा है l

कितने धोखे व दुख की बात है कि जिन्हें हम अपना आदर्श अपना भगवान मानते हैं वह हमें और हमारे बच्चों को मस्ती मजा आनंद और पैसे का लालच देकर गलत दिशा दे रहे हैं l कोई भी प्रसिद्धि खिलाड़ी हो प्रसिद्ध हस्ती हो विभिन्न माध्यम से प्रचार करता है कि यह खेलों में, वह खेलो पैसे मिलेंगे l मेरे साथ खेलो इतने लाख लोग खेल रहे है तुम भी खेलो, अच्छा खेले तो मेरे साथ मिलने का मौका पाओ l जैसे मौका नहीं स्वर्ग हो गया l

तथाकथित इन महान हस्तियों को अपनी जिम्मेदारियां समझना चाहिए l उन्हें ऐसे ऐसे कार्य करना चाहिए जो हमारे देश को हमारे समाज को उन्नति के शिखर पर ले जाये ना की  जुआ,शराब, सिगरेट, बीड़ी,तंबाकू, खैनी के दलदल में लोगों को फंसाए l


शासन को इस पर विशेष ध्यान देना चाहिए  l जब बात देश और देशवासियों को प्रभावित करती है l
तब शासन को सतर्क हो जाना चाहिए l कहीं यह कोई सोची समझी साजिश तो नहीं l ऐसे गेम्स, ऐसे ऐप एवं ऐसे विज्ञापनों  पर तत्काल रोक लगाई जानी चाहिए l जो लोगों के बेशकीमती ऊर्जा,शक्ति, बुद्धि, समय सभी का हास कर रहा है और देश को दीमक की तरह भीतर ही भीतर खोखला कर रहा है l  आज हमें भी और हमारे बच्चों को भी यह समझना होगा कि हमारा असली हीरो वही है जो हमें सही मार्गदर्शन दे l जो हमें सही दिशा दे है वही हमारा साथी है जो हमें गलत दिशा दे वह हमारा आत्मघाती है l
हमारे बुजुर्गों ने कितनी अच्छी बात कही है "* पानी पियो छान कर गुरु बनाओ जानकर*"

*जब जागो तभी सवेरा*


लोकेश्वरी कश्यप
जिला मुंगेली छत्तीसगढ़
09/07/2023

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